नई दिल्ली (जेएनएन)। गुरुवार को दिल्ली के 43 मैकडोनाल्ड बंद किये जा रहे हैं। आपको बता दें कि कनॉट प्लाजा रेस्त्रां (सीपीआरएल), विक्रम बक्शी और अमेरिकी मैकडोनाल्ड के बीच 50-50 फीसद साझेदारी का ज्वाइंट वेंचर है। यह उत्तर और पश्चिम भारत में फास्ट फूड चेन का संचालन करते हैं। मैकडोनाल्ड ने सीपीआरएल बोर्ड के साथ मिलकर दिल्ली के 55 में से 43 रेस्त्रां बंद करने का फैसला लिया है।
सीपीआरएल के पूर्व प्रबंध निदेशक विक्रम बक्शी जो 168 रेस्त्रां का संचालन करते हैं ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन 43 रेस्त्रां का संचालन अस्थायी रूप से बंद किया जा रहा है। विक्रम बक्शी अपनी पत्नी सहित अह ङी सीपीएरएल बोर्ड में है। मैकडोनाल्ड के दो प्रतिनिधित्व सीपीआरएल बोर्ड में है। 43 रेस्त्रां को बंद करने का फैसला बुधवार सुबह बोर्ड मीटिंग के दौरान स्काइप पर लिया गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि इन दोनों साझेदारों ने रेस्त्रां बंद करने की वजह बताने से इनकार कर दिया है। सूत्रों का मानना है कि बक्शी और मैकडोनाल्ड के बीच चल रहे विवाद के चलते सीपीआरएल रिन्यू किए गए स्वास्थ्य संबंधित लाइसेंस प्राप्त करने में विफल हो गया है। इसके फैसले से करीब 1700 कर्मचारियों की नौकरी प्रभावित हो जाएंगी।
वर्ष 2013 में विक्रम बक्शी को सीपीआरएल के प्रबंध निदेशक पद से हटा दिया गया था। तब से वह मैकडोनाल्ड के खिलाफ एक कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे। उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी फूड चेन को इस मामले को लेकर कंपनी लॉ बोर्ड में घसीट लिया, जिसका फैसला आना अभी बाकी है।
कंपनी की ओर से रेस्त्रां बंद करने का फैसला निश्चित रुप से मैकडोनाल्ड को नुकसान पहुंचाएगा। वर्ष 2013 में पिज्जा ब्रैंड डॉमिनोज ने कंपनी को कड़ी टक्कर देकर और देश में क्विक सर्विस रेस्त्रां (क्यूएसआर) के मामले में पहला स्थान प्राप्त कर लिया था।